Sunday, October 11, 2020

मुस्कान/मुस्कुराहट


 प्रथम स्थान

महाराष्ट्र कलम की सुगंध

जय-जय श्री राम राम जी

10/10/2020/शनिवार

*मुस्कान/मुस्कराहट*

काव्य

*****

मुस्कान दिखे हर मुखड़े पर,

प्रेम पुष्प खिले मन उपवन का।

मधुर मृदुलता मुस्कान भरी,

जीवन हो हर क्षण बचपन का।


मुस्कान चंद्र सी खिली रहे।

मनमयूर सदा ही नृत्य करें।

मनमोही अपना मुरलीधर,

मनमंदिर मधुरम कृत्य करें।


मुस्कान सांवरे की प्यारी।

हो जाएं इस पर बलिहारी।

आनंदित होता जग सारा,

देखें छवि जब राधेप्यारी।


मकरंद घुले इस जीवन में

मधुमास रहे मुस्काता सा।

नहीं कोई गिले शिकवे हों,

मनमोहन हो दुलराता सा।


माना संघर्षों नाम जिंदगी,

है मनसा धैर्य दिलाता सा।

आशीष हमारे साथ रहें,

प्रभु प्रेमप्रीत दिलासा सा।

******

स्वरचित

इंजी शंम्भू सिंह रघुवंशी अजेय

गुना म प्र

🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️

द्वितीय स्थान

नमन मंच

विषय-मुस्कान


हँसी हो या हो मुस्कान

जनाब

सच मानिए

है छूत की बीमारी

वेवजह हँसता देख

सक्रिय हो जाती

वजह की

न होती कोई बात

एक से फैल

हो जाती अनेक

स्वत विना किसी प्रभाव

नकली हो या असली

हँसी के बीच होते फासले

दिल दिमाग के

छिपी तस्वीरों के संग

सच मानिए

बढ़ाती है रफ्तार

मिटाती है रार

खुशियों का पैगाम

अपनेपन की भावना

दिल की बेहतरीन दवा

हर मर्ज को देती भगा

ये मुस्कराते चेहरे

जिधर से गुजरते

बना देते हर जगह खुशनुमा

ये मीठा मरहम

जख्मो का सुंदर लेप

आइए शुरू करते 

हँसी,खिलखिलाहट,मुस्कराहट

का सुंदर कारोबार

मिटाकर नफरत

बने मुहब्ब्त के साझीदार..

स्वरचित

मीना तिवारी

🏵️ द्वितीय स्थान🏵️

नमनमंच संचालक ।

महाराष्ट्र कलम की सुगन्ध।

विषय - मुस्कान /मुस्कराहट

विधा - गीत

स्वरचित


कितनी प्यारी भोली भाली 

है मुस्कान तुम्हारी ।

फूल हो तुम मेरे उपवन के 

मैं हूं उसकी माली ।।


सलोने मुख पर उज्ज्वल दंती

कितना मुझको भातीं।

खिलखिल करके खिलना तुम्हरा

मैं जाऊं बलिहारी।।

कितनी प्यारी भोली भाली 

है मुस्कान तुम्हारी।

फूल हो तुम मेरे उपवन के 

मैं हूं उसकी माली...।।


चंद्र सलोना मुखड़ा तेरा 

बतियां मन को भातीं।

बनी रहे मुस्कान सदा यूं

एक मां बस ये ही चाहती।।

कितनी प्यारी भोली भाली

है मुस्कान तुम्हारी।

फूल हो तुम मेरे उपवन के 

मैं हूं उसकी माली।।

***

प्रीति शर्मा "पूर्णिमा"

🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️

तृतीय स्थान

नमन- महाराष्ट्र कलम की सुगंध

दिनांक-10/10/2020

विधा- पद्य

विषय- मुस्कान /मुस्कुराहट


चौपालों में मुस्कान वो ठहाके

ठिठुरन सूनी रतिया कैसे काटे।

                     गीला आटा,ओखली और जातें

                     यहां प्रीत नीति के अरमान भाते।।


कोहरे की झीनी चादर ओढ़े

रूप सखी की आँखे ताके।

                         मन निर्मोही मन की है बातें

                          गुत्थम - गुत्था गरीब अभागे।।


भींगी शाम की ठिठोली रातें

हरियाली की लहलहाती पाँते।

                    नीर भरी पनघट की वो घाटे

                     मड़हा में बीते खुशहाली की रातें।।


घर के बर्तन है खनखनाते

जिम्मेदारी तो मुखिया के माथे।

                         मां ,चाची के झगड़े की बातें

                          तड़प नयन में अश्रु बह जाते।।


बैलगाड़ी के हैं अजीब किस्से

दादा दादी खूब सुनाते।

                           बिन घूंघट के गोरी बैठे

                           सवार हो के खूब मजे काटे।।


मौलिक रचना 

सत्य प्रकाश सिंह 

प्रयागराज उत्तर प्रदेश

🏵️ तृतीय स्थान🏵️

विषय - मुस्कान


परेशानी में चेहरे पर मुस्कान नही होती।

कभी-कभी क़िस्मत मेहरबान नही होती।


आपने हमसे दूरियां बना ली इस कदर,

समाज से मिले बगैर पहचान नही होती।


हाथों की लकीरों में लिखा वही तो मिला,

शेख़ी बघारना भी कोई शान नही होती।


नित्य पूजा-प्रार्थना करने मंदिर जाती हूँ मैं,

पत्थर से बनी मूर्तियां बेजान नही होती।


मोहमाया को छोड़ हम ईश्वर में रम गये,

ईश्वर की दृष्टि कभी अनजान नही होती।


बेवजह ही शक करना तू छोड़ दे इंसान,

हर किसी की निगाहें शैतान नही होती।


कागज़ के पन्नों पर हमने ग़म लिख दिये,

हर छोटी बातें दिल की दास्तान नही होती।


जीवन में संघर्ष बहुत रखना कदम सँभाल,

पहनावा दिखावा से कोई शान नही होती।


जिक्र पैसा का चला तो जान लिया “सुमन”

पैसों के बगैर जिंदगी आसान नही होती।


सुमन अग्रवाल "सागरिका"

      आगरा

🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️

सराहनीय प्रस्तुति

1️⃣

नमन मंच  

महाराष्ट्र कलम की सुगंध 🙏🙏

विषय :- काव्य 


विषय :- मुस्कान

परमात्मा की दी हुई सौगात है मुस्कान 

मुस्कराते चेहरों में बसे होते हैं भगवान 

यूं ही बेवजह ना उदास होया करो इंसान 

मुश्किल परिस्थितियों को समझकर इंतीहान

सजाकर होंठो पर मुस्कान 

जीने में ही है शान 

मुस्कान को चेहरे के सौंदर्य में 

चौदहवीं का चांद बनाया करो

दर्द पर फिक्र के मरहम की 

मीठी सी मुस्कान लगाया करो 

यूं ही बेवजह मुस्कराया करो 

माहौल को खुशनुमा बनाया करो 

मुस्कान से घर आंगन और आगुंतकों को हर्षाया करो 

स्वरचित :- ऋतु असूजा

2️⃣

महाराष्ट्र कलम की सुगंध 

         मंच को नमन 

विषय :मुस्कान /मुस्कुराहट

दिनांक:१०-१०-२०२०

अगर "*मुस्कान**मुस्कुराहट*"

या हंसी खुशी होगी मुंह पर 

तो दहलीज़ 

पर भी होगी दस्तक !!!

दहलीज़ 

पर होगी दस्तक 

और किसी के आने की भी होगी आहट !!!

वर्ना होगा जीवन में सर्वदा अभाव और प्रेम की रहेगी 

कमी व छटपटाहट!!

मुंह पडेगी अकाल झुर्रियां और 

पडेगी सलवट !!

मुस्कान मुस्कुराहट स्वस्थ जीवन की परिचायक है 

जीवन पेड पनपाने में मानों

खाद मिट्टी जैसे दोमट!!

केवल धन सम्पदा संपादित 

होने से

नहीं मिलती खुशियां 

प्यार मुहब्बत और दुलार का 

तडका न मिले तो 

क्यों फिर इतनी खट पट? 

वो बुलाये तो ही बोलूं वो मुस्काये 

तो ही मुस्काऊं

यह रखी अगर ठान के मन 

में चाहत

और पकड जिद्द हठ हठाग्रह और पूर्वाग्रह व दुराग्रह 

बढेगी परस्पर कड़वाहट!!!

मुस्कान बिना जीवन अधूरा है 

अकेला भी

बिन इसके फिर बदलते रहना करवट! 

घर गांव समाज में उन्हीं की

शान रहती

हंसता मुस्कुराता सुनियोजित 

व्यवस्थित जीवन जिनका 

वो ही दौडेगा सरपट!!! 

स्वरचित: अशोक दोशी

सिकन्दराबाद

अभी -अभी

७३३११०९२५८

3️⃣

आज विषय मुस्कुराहट है,

सेदोका,

भोर किरण,

झरनों मे खेलती,

बर्फिली पर्वतों मे,

फूलों की घाटी

बहे गीत वासंती,

मुस्काती हरियाली।।

सेदोका,2,

हर जीवन,

तिमिर से आवृत,

तृप्ति नही मिलती,

यह जीवन,

विरह विनोद ही,

मुस्कुराना ही सीखो।।

सेदोका कार देवेन्द्र नारायण दासबसनाछ, ग,।।

🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️


महाराष्ट्र कलम की सुगंध द्वारा आयोजित विषय आधारित लेखन में उत्कृष्ठ सृजन के लिए आपको ढेर सारी बधाई व शुभकामनाएं। महाराष्ट्र कलम की सुगंध परिवार आपके उज्ज्वल भविष्य की मंगल कामना करता है।


अनुराधा चौहान 'सुधी'

सचिव (महाराष्ट्र कलम की सुगंध)


चित्र गूगल से साभार

4 comments:

  1. सभी रचनाकारों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं 💐💐💐💐

    ReplyDelete
  2. ढेर सारी बधाई सभी चयनित रचनाकारों को 💐💐💐💐

    ReplyDelete
  3. That's fantastic. There is a lot to learn in this blog; thank you for sharing it. This is very informative and interesting for those interested in writing and Poems. If anyone body doesn't mind please check my blog on Valentine Gifts for Boyfriend and do let me know what I can do to improve my Blogs.

    ReplyDelete

पिता

  प्रथम स्थान नमन महाराष्ट्र क़लम की सुगंध मंच दिनांक - १६/१०/२०२० दिन - शुक्रवार विषय - पिता --------------------------------------------- ...